पायलट के विरोध में 70 विधायकों का इस्तीफा,बागी तेवर से कांग्रेस आलाकमान नाराज

congress newsराजस्थान में अगला सीएम कौन होगा इस सवाल पर कांग्रेस में बड़ी फूट नजर आ रही है. गहलोत समर्थक विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाने के लिए इस्तीफे का ऐलान कर दिया. गहलोत समर्थक विधायक फिलहाल राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पर मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि करीब 90 विधायकों ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिया है. गहलोत समर्थक इन विधायकों के ऐलान के बाद अब सचिन पायलट का सीएम बनना बहुत मुश्किल दिख रहा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि गहलोत समर्थक विधायकों के इन बागी तेवरों से कांग्रेस आलाकमान नाराज है.
इससे पहले राजस्थान सरकार में मंत्री और गहलोत के करीबी प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘सभी विधायक गुस्से में हैं और इस्तीफा दे रहे हैं. हम इसके लिए अध्यक्ष के पास जा रहे हैं. विधायक इस बात से खफा हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनसे सलाह लिए बिना फैसला कैसे ले सकते हैं.’
गहलोत समर्थक सीएम आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे, इसकी जगह वह सीधा विधानसभा अध्यक्ष पीसी जोशी के घर पहुंच गए. इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की रविवार शाम को होने वाली बैठक को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई. पहले यह बैठक 7 बजे होना तय हुई थी फिर इसका टाइम बढ़ाकर 7.30 कर दिया गया. इस बैठक में गहलोत के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा होनी थी.

शांति धारीवाल के आवास पर पहुंचे गहलोत समर्थक विधायक
जानकारी के मुताबिक बैठक से पहले कई विधायक गहलोत के खासमखास मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर पहुंचे और सचिन पायलट के खिलाफ गोलबंदी शुरू कर दी. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सभी विधायकों की इस मुद्दे पर सहमति बनी है कि जिन विधायकों ने राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को बचाने के लिए काम किया अगर उनमें से किसी को मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन बग़ावत करने वाले विधायकों को सीएम बनाया गया तो ये स्वीकार नहीं किया जाएगा. इन विधायकों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो वे सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे.
राजस्थान की राजनीति एक नए मोड़ पर आ गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने की तैयारी है। उनकी जगह मुख्यमंत्री के रूप में हाईकमान की पसंद सचिन पायलट हैं, लेकिन गहलोत खेमा पायलट के नाम पर नाराज हो गया है। विधायक दल की बैठक से पहले ही गहलोत गुट के करीब 70 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पहुंचकर इस्तीफा दे दिया है।
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दावा किया कि हमारे पास 92 विधायक हैं। हमारी एक ही मांग है कि बगावत करने वाले लोगों में से सीएम न बनाया जाए। इधर, आलाकमान ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट, अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को दिल्ली बुलाया है।

सूत्रों के मुताबिक आलाकमान गहलोत और पायलट दोनों की समझाइश करेगा। जानकारी के मुताबिक केसी वेणुगोपाल ने दोनों को कॉल कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी का यह मैसेज दिया है। माना जा रहा है कि एक बार फिर राजस्थान में विधायकों की बाड़ाबंदी हो सकती है।
वहीं सचिन पायलट, उनके समर्थक एमएलए और कुछ अन्य विधायक विधायक दल की बैठक के लिए सीएम हाउस पहुंच गए हैं।
इसके पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन और ऑब्जर्वर मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने होटल पहुंचे। छोटी सी मीटिंग के बाद तीनों सीएम हाउस पहुंचे। लेकिन कई विधायकों के नहीं पहुंचने से बैठक रद्द हो गई।
कांग्रेस में सीएम बदलने के मुद्दे पर गहलोत समर्थक विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है। मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक में गहलोत गुट के विधायकों ने स्पीकर सीपी जोशी से मिलकर इस्तीफे सौंपने की रणनीति बनाई। गहलोत गुट के कई विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने की सलाह दी है। इस बैठक में 70 से ज्यादा विधायक मौजूद रहे।
विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसी बैठकों में एक लाइन का रिजोल्यूशन पास करते हैं कि जो हाईकमान तय करेगा, वही हमें मंजूर होगा। यह मीडिया ने फैलाया है कि मैं सीएम पद नहीं छोड़ना चाहता, मैंने तो 9 अगस्त को ही हाईकमान से कह दिया था कि जो सरकार रिपीट करवा सके, उसे ही सीएम बनाना चाहिए।

इधर, मंत्री राजेंद्र गुढ़ा धारीवाल के बंगले के गेट से वापस लौट गए। उन्होंने कहा कि यहां 101 विधायक नहीं हैं।
आज दोपहर से 4 अस्पताल मार्ग स्थित यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के घर पर गहमागहमी का माहौल है। गहलोत समर्थक विधायक यहीं जुटे हैं।
आज दोपहर से 4 अस्पताल मार्ग स्थित यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के घर पर गहमागहमी का माहौल है। गहलोत समर्थक विधायक यहीं जुटे हैं।
congress news – मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने शांति धारीवाल के घर हुई गहलोत समर्थक विधायकों की बैठक से दूरी बना ली। गुढ़ा धारीवाल के बंगले के गेट से वापस लौट गए। गुढ़ा ने कहा कि बहुमत के लिए 101 विधायक चाहिए, इसके बिना सरकार अल्पमत में होती ही। यहां बैठक में 101 विधायक नहीं हैं, इसलिए मैं नहीं गया। विधायक संदीप यादव, वाजिब अली और लाखन मीना धारीवाल के निवास पहुंच गए हैं। इन्हें राजेन्द्र गुढ़ा अपने कैम्प में बता रहे थे। ग्रुप 6 टूट गया है। खिलाड़ी लाल बैरवा और गिर्राज सिंह मलिंगा गुढ़ा के साथ हैं और बैठक में नहीं गए।



