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तेल उत्पादन में कटौती की घोषणा, बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम…

Crude Oil लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच तेल निर्यातक देशों के इस कदम से दुनियाभर के साथ भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। साथ ही रियाद एवं अमेरिका के रिश्ते और तल्ख हो सकते हैं।

सऊदी अरब और ओपेक प्लस देशों ने अगले महीने से कच्चे तेल के उत्पादन में हर दिन लगभग 1.16 मिलियन बैरल की कटौती करने की घोषणा की। लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच तेल निर्यातक देशों के इस कदम से दुनियाभर के साथ भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। साथ ही रियाद एवं अमेरिका के रिश्ते और तल्ख हो सकते हैंवहीं, सऊदी अरब ने कहा है कि वह मई से 2023 के अंत तक तेल उत्पादन में हर दिन पांच लाख बैरल की कटौती करेगा। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री ने रविवार को कहा कि इस कदम से तेल बाजार को स्थिर करने में मदद मिलेगी। कटौती कुछ ओपेक और गैर-ओपेक देशों की सहमति से की जाएगी। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। उत्पादन में यह कमी अक्तूबर, 2022 में घोषित कटौती के अतिरिक्त होगी।

 

रूस से कच्चा तेल खरीदने की तैयारी कर रहा पाकिस्तान
वहीं, भारत की तरह ही पाकिस्तान ने भी रूस से कच्चे तेल खरीदने की योजना बनाई है। पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने बताया कि अगले महीने पाकिस्तान पहला ऑर्डर देगा।

 

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पर्याप्त उपलब्धता के लिए पेट्रोल डीजल के निर्यात पर प्रतिबंध
Crude Oilउधर, भारत सरकार ने घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इनके निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है। अधिसूचना में तेल रिफाइनरी कंपनियों से कहा गया है कि वे अपने सालाना पेट्रोल निर्यात का 50 फीसदी व डीजल निर्यात का 30 फीसदी घरेलू बाजार में उपलब्ध कराएंगी। इसका असर उन गैर सरकारी कंपनियों पर पड़ सकता है, जो रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदकर उन्हें रिफाइन कर महंगा पेट्रोल-डीजल दूसरे देशों को बेच रही हैं। प्रतिबंध कितने समय के लिए लगाया गया है, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

 

 

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