कोतरारोड़ पुलिस की मानवीय चेहरा एक बार फिर चर्चा में…देर रात सड़क पर भटक रही बीमार महिला की सुध लेकर मददगार बनी कोतरारोड़ पुलिस…..

Raigarh News Prashant Tiwari रायगढ़ । असहाय और जरूरतमंदों की मदद हमारी संस्कृति की पहचान है, कई बार खाखी वर्दी वालों को अपने कर्तव्य के साथ विषम परिस्थितियों में सेवाभाव से मानवीय कार्य करते देखा गया, जो अक्सर देखने-सुनने मिलता रहता है ।
ऐसी एक घटना कल दिनांक 08.03.2022 की रात देखने मिला । जब कोतरारोड़ पुलिस स्टाफ को रात करीब 11:20 बजे थाने से कुछ दूर सड़क पर परेशान अकेली महिला इधर-उधर भटक रही थी जिसे देखकर थाने के आरक्षक चन्द्रेश पाण्डेय उससे पूछताछ कर उसकी सुध लिये । महिला बताई कि “ डभरा (जांजगीर-चाम्पा) से अपने गले का ईलाज कराने केजीएच अस्पताल आई थी, दो दिन हॉस्पिटल में भर्ती थी, शाम को डिस्चार्ज किया गया है । डभरा जाने के लिये बस बैठने अस्पताल से पैदल निकली थी, डभरा जाने वाली आखरी बस भी चली गई है और घरवाले भी लेने नहीं आये हैं ”। आरक्षक ने कहा कि बस मिल जायेगी, बैठा देते हैं । तब महिला डभरा से घर पहुंचते काफी रात हो जायेगी, अकेली जाने में डर लग रहा है बताई । महिला की बातों को सुनकर आरक्षक उसे अपने साथ थाना चलने का बोला और थाने में थाना प्रभारी चमन सिन्हा को पूरी बात बताया । थाना प्रभारी चमन सिन्हा महिला से बोले कि परेशान न हो गाड़ी की व्यवस्था कर महिला स्टाफ घर छोड़कर आयेगा । जिसके बाद थाना प्रभारी अपने स्टाफ को महिला को भोजन कराकर उसके घर छोड़ आने निर्देशित किये । स्टाफ द्वारा गाड़ी व्यवस्था कर थाने से महिला आरक्षक सरिता विश्वास और आरक्षक चन्द्रेश पाण्डेय देर रात महिला को उसके घर डभरा छोड़ आये । महिला और उसके परिवार वालों ने मदद के लिये कोतरारोड़ पुलिस को धन्यवाद दिया गया। उनकी आखों में पुलिस के लिए सम्मान साफ दिखाई दे रहा था । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान के साथ उनमें सुरक्षा का भाव लाने का कार्य जो #कोतरारोड़ पुलिस द्वारा किया गया है, उसकी सराहना की जा रही है ।