*✍️134 कंपनियां लगाएगी खिलौना फैक्टरी….6000 से ज्यादा लोगो को मिलेगा रोजगार…जानिये पूरी जानकारी….*
RGHNEWS चाइनीज खिलौनों के दिन लदने वाले हैं. वह दिन दूर नहीं जब देश में छोटे बच्चे चीन के खिलौने के बजाए नोएडा में बनाए गए खिलौनों से खेलेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल वोकल फॉर लोकल पर जोर देने की अपील की थी. वहीं आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खिलौना उद्योग में भी देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों पर भी सरकारें बल दे रही हैं.
इसी के तहत देश के कई बड़े उद्योगपतियों ने राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में खिलौना बनाने की फैक्ट्री लगाने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति के बाद इस दिशा में काम शुरू हो चुका है. PBNS की रिपोर्ट के अनुसार, खिलौना उद्योग (Toy Industry) को बढ़ावा देने के लिए नोएडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क का निर्माण करवाया है।
इस पार्क में खिलौना बनाने की फैक्ट्री लगाने के लिए 134 उद्योगपतियों ने जमीन ली है.
410 करोड़ रुपये का निवेश, 6157 लोगों को स्थाई रोजगार
ये 134 उद्योगपति करीब 410.13 करोड़ रुपये का निवेश कर जल्दी ही टॉय पार्क में अपनी फैक्ट्री लगाएंगे. इन खिलौना फैक्ट्रियों में 6,157 लोगों को स्थाई रोजगार मिलेगा. सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि यूपी का पहला पहला खिलौना क्लस्टर (Toy Park) यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित करने का निर्णय लिया गया.
इसके बाद यीडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क के लिए सौ एकड़ से अधिक जमीन खिलौना उत्पादन करने वाली इकाइयों के लिए चिह्नित की गई. इस पार्क में उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.
कंपनियों को जमीन आवंटित
यीडा के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए तैयार कराई गई इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते खिलौना कारोबार में कार्यरत कई बड़ी कंपनियों ने टॉय पार्क में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए कदम बढ़ाए हैं. अब तक 134 कंपनियों को टॉय पार्क में खिलौना फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की गई है. जमीन पाने वाली कम्पनियां जल्दी ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने की कार्रवाई शुरू करेंगी.
2024 तक इतनी बड़ी हो जाएगी खिलौना इंडस्ट्री
बीते वर्ष मन की बात में पीएम मोदी ने खिलौना कारोबार में दुनिया में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने का आह्वान किया था. एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2024 तक भारत का खिलौना उद्योग 147-221 अरब रुपये का हो जाएगा. दुनिया भर में जहां खिलौने की मांग में हर साल औसत करीब पांच फीसद का इजाफा हो रहा है, वहीं भारत की मांग में 10-15 प्रतिशत का. निर्यात की बात करें, तो सिर्फ 18-20 अरब रुपये के खिलौने का निर्यात हो पाता है.