आज दिनांक 09 जनवरी 2020 के सायं पुलिस नियंत्रण कक्ष में पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा जिला पुलिस रायगढ़ के वर्ष 2019 के वार्षिक लेखा जोखा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सदस्यों के साथ साझा करते हुए रायगढ़ पुलिस द्वारा गत वर्ष की गई कार्यवाहियों तथा आगामी वर्ष की कार्य योजना की संक्षिप्त जानकारी दिये ।
एस.पी श्री सिंह द्वारा बताया गया कि जिले में भारतीय दंड विधान के तहत गत तीन वर्षों के ऑकडो के अनुसार आंशिक वृद्धि है किन्तु गंभीर अपराध जैसे हत्या के अपराध में कमी आई है । वर्ष 2019 में 66 प्रकरण में 27 प्रकरणों में नजदीकी रिश्तेदारों परिजनों द्वारा हत्या की घटना कारितकिया गया है । वर्ष 2018 की तुलना में 4.34% की कमी है ।
अंधे कत्ल के मामलों में पुलिस ने सत प्रतिशत सफलता अर्जित की 11 प्रकरणों में अपनी व्यवसायिक दक्षता का परिचय देते हुये सभी प्रकरणों को सुलझाने में सफलता प्राप्त हुआ है ।
जिला पुलिस द्वारा वर्ष 2019 में लघु अधिनियत की कार्यवाही में अप्रत्याशित वृद्धि की गई है जो पूरे रेंज में स्थिति बेहतर है । आबकारी एक्ट के तहत 1764 प्रकरण में 5999 लीटर शराब करीब 1043967 रुपए के जप्त किया गया है । साथ ही आबकारी एक्ट के प्रकरणों में जप्त 25 मोटरसाइकिल, 01 ऑटो, 03 चार पहिया वाहनों को राजसात करने हेतु दंडाधिकारी रायगढ़ को प्रतिवेदन प्रेषित किया गया है । इसी प्रकार जुआ एक्ट के प्रकरणों में 304 प्रकरणों में 1210 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 1455411 रुपए जब्ती की गई है । सट्टा एक्ट में 323 आरोपियों को गिरफ्तार कर 13 लाख रूपये की जब्ती की गई है । एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही में अवैध गांजा के 25 प्रकरण तथा 12 प्रकरण नशीली दवाओं की अवैध तस्करी के कायम किया गया है जिसमें 59 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनसे करीब ₹2719900 के गांजा और 508970 रुपए के नशीली दवाएं जप्त की गई है।
गुमशुदा बच्चों के मामलों में वर्ष 2019 में 39 बालक व 176 नाबालिग बालिकाएं गुम हुई थी जिसमें से 35 बालक व 162 बालिकाओं कुल 197 को दस्तयाब किया गया है ।
इसी प्रकार अवैध धान पर वर्ष 2019 में 252 प्रकरणों में 29 वाहन जप्त किया गया है । महिलाओं से संबंधित अपराधों में वर्ष 2019 में 28 पीड़ितों को ₹3669000 की क्षतिपूर्ति राशि प्रदाय कराई गई है । मानव तस्करी के अपराधों में भी कमी आई है । जिला पुलिस की महिला रक्षा टीम द्वारा वर्ष 2019 में 49086 बच्चों को संवेदना कार्यक्रम के तहत जागरूक किया गया है । डायल 112 द्वारा 41471 लोगों तक इवेंट पर पहुंच कर उन्हें सहायत प्रदान की गई ।
सड़क दुर्घटनाओं में भी आंशिक कमी आई है गत वर्ष की तुलना में जनहानि कम है वहीं मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 18494 प्रकरणों में ₹6070900 शमन शुल्क शासन के खाते में जमा कराया गया है । यातायात पुलिस द्वारा यातायात जागरूकता कार्यक्रम के तहत नुक्कड़ नाटक, हेलमेट जागरूकता आदि पर लगातार कार्य किया जा रहा है ।
पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जिला पुलिस की आगामी कार्य योजना से अवगत कराते हुए बताएं कि सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को शून्य करना व आहतो को त्वरित उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाना यह प्राथमिकताओं में एक है । शराब के अवैध निर्माण, परिवहन, भंडारण वितरण पर पूर्ण नियंत्रण पाना । मानव तस्करी एवं महिला अपराधों की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाना । महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण की पर विशेष काम करना व अन्य कार्ययोजनाओं को संक्षिप्त रूप से प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सदस्यों के साथ साझा किए और सल्पाहार के साथ कार्यक्रम का समापन किए । कार्यक्रम में एडिशनल एसपी श्री अभिषेक वर्मा , एडिशनल एसपी ट्रैफिक श्री आर.के. मिंज तथा प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सम्माननीय सदस्यगण उपस्थित थे ।