RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते उतपन्न लॉक डाउन के कारण अगर किसी को परेशानी साबित हुई है तो वह मजदूर। रेलवे लाइन के किनारे किनारे लोग अब सैकड़ों किलोमीटर लंबी दूरी पैदल तय कर मंजिल पा लेना चाहते हैं।कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन 3-0 चल रही है। रेल परिवहन प्रारम्भ हो गयी है लेकिन मजदूर लम्बी सफर पैदल चलना ही श्रेयस्कर समझ रहे हैं।आज ओड़ीसा राज्य से सुंदरगढ़ जिले के टिकटपाली ईंट भट्ठे में काम करने वाले 59 लोंगो का दल जिनमे 15 बच्चे भी शामिल हैं अंर्तराजजीय जांच बेरियर महापल्ली पहुंचा। बेरियर में इन्हें रोका गया ,स्वास्थ्य कर्मियों ने स्क्रीनिंग भी किया ,इनके लिए खाने पीने की व्यवस्था की गई ।मजदूरों ने बताया कि उनके गांव के सरपंच सचिव को फोन कर लॉक डाउन में फंसे हुए होने की जानकारी दी गई थी।कलेक्टर को भी सूचित किया गया लेकिन कोई व्यवस्था नही की गई ।अंततः पैदल निकल पड़े अपने घर जाने के लिए। इन मजदूरों को महापल्ली बॉर्डर से बस के माध्यम से उनके गृह जिले में पहुचाया जा रहा है । भोगीलाल गुप्ता बेरियर प्रभारी ने बताया कि सभी मजदूरों की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच कर दिया है । भोजन का प्रबंध किया गया और बस के माध्यम से उनके गृह जिला जांजगीर चाम्पा व कोरबा भेज दिया गया है। इन मजदूरों में छुछुभाठा ,डभरा से 29 ,गिधौरी थाना कोरबा से 03 ,शांतिनगर जांजगीर से 09 ,पिसदा हसौद थाना क्षेत्र से 07 ,जैजैपुर से 07 ,मालखरौदा थाना क्षेत्र से 04 मजदूर जिनमें 22 पुरूष व 22 महिला के अलावे 15 बच्चे शामिल हैं।