RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। कहा जाता है कि शातिर चोर पकड़ में नहीं आता और जो चोरी नहीं करता उस पर आरोप लगते रहते हैं… कुछ ऐसी ही बात वन विभाग के तमनार रेंज में देखने को मिली। यहां के करवाही ग्राम के समीप स्थित जंगल में कुछ लकड़ी तस्कर सक्रिय हैं। जिन पर कार्यवाही करने विभागीय अधिकारियों के हाथ पैर फूलते रहते हैं। और जब अधिकारियों की ओर से कार्यवाही की बात होती है तो मामला राजनीतिक हो जाता है और शिकायत बाजी शुरू हो जाती है। पिछले दिनों भी कुछ ऐसा ही हुआ जब कुछ लोग जंगल से लकड़ियां काटकर अपने घर ला रहे थे। यहां के वनपाल की ओर से उन्हें रोककर कार्यवाही भी की गई नियमानुसार मनी रसीद काटकर विभाग के जानकारी में भी लाया गया। लेकिन इसी बात का फायदा उठाते हुए कुछ लकड़ी तस्करों की ओर से ग्रामीणों की आड़ में शिकायत करवा कर कार्रवाई करने वाले वनपाल के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी। इतना ही नहीं बल्कि वनपाल को वहां से हटाकर हाथी मित्र दल में भी भेज दिया गया। झूठी शिकायत पर की गई विभागीय कार्यवाही से विषम परिस्थितियों में फील्ड में घूम कर काम कर रहे जंगल के रखवाले पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
यह की गई शिकायत
कुछ लोगों की ओर से रायगढ़ वन मंडल अधिकारी से इस बात की शिकायत की गई थी कि वनपाल ने उनसे रुपए की अवैध वसूली की है जबकि वनपाल ने वसूली न कर मनी रसीद काटी गई और यह रुपया वन विभाग के खाते में जमा हुआ। बावजूद इसके झूठी शिकायत के आधार पर विभागीय जांच बैठा कर वनपाल को हतोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है।