RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। लॉक डाउन में जहां लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं तो वहीं कटघोरा जिला-कोरबा में कोरोना वायरस ब्लड टेस्ट हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले, जिला-रायगढ़ के दो
लैबटेक्नीशियन गए हुए थे, उनके वापसी के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले के बी.एम.ओ. डॉ. सुरेश कुमार राठिया के द्वारा घोर लापरवाही करते हुए हाल चाल जानने के लिए चपले हॉस्पिटल बुलाया गया था, साथ ही ड्यूटी में मौजूद सभी स्टॉप को बुलाकर दोनों लैबटेक्नीशियन के साथ सभी का फोटोग्राफी कराया गया और साथ लैबटेक्नीशियन के वाहन को बिना सेनेटाइज किये चपले हॉस्पिटल में प्रवेश किया गया, साथ ही एक लैबटेक्नीशियन अपने परिवार से मिलने पुराना हॉस्पिटल भी गया हुआ था।
कोरोना संक्रमण के इस विषम परिस्थिति में बीएमओ के इस लापरवाही के कारण चपले हॉस्पिटल के अन्य स्टॉप या चपले के अन्य क्षेत्रीय लोग या मरीज कोरोना इन्फेक्टेड होते हैं
तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
ऐसी स्थिति में पहले तो आइसोलेशन में रखा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा फोटो सेशन क्यों कराया गया यह जांच का विषय है।