भूख से व्याकुल श्रमिकों ने लगाई गुहार तो पहुंचा प्रशासन
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़ पूरे देश में संकट व्याप्त है जो जहां पर था वह वहां पर अब ठहर चुका है काम धंधे भले बंद हो गए हो लेकिन पेट की आग शांत नहीं हुई है ऐसे में सरकार की ओर से इस बात का स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी क्षेत्र में कोई भी श्रमिक या कामगार काम कर रहा है तो उसे काम नहीं होने की दशा में भी बेदखल नहीं किया जाएगा और उसे वेतन दिया जाएगा यदि खाने की सामग्री नहीं है तो उसे वह भी उपलब्ध कराई जाएगी बावजूद इसके रायगढ़ में लगातार नियम तार-तार हो रहे हैं।
खरसिया क्षेत्र में पूर्व मंत्री के रिश्तेदार की कंपनी में भी ऐसा ही कुछ माजरा पिछले दिनों आया था और अब नंदेली विधायक एवं छत्तीसगढ़ के युवा एवं खेल मंत्री के गृह नगर के समीप स्थित स्काई एलाइज उद्योग में दूसरा मामला देखने को मिला है। कंपनी में ठेका पद्धति से काम कर रहे लगभग 100 श्रमिकों ने शनिवार को प्रशासन से इस बात की गुहार लगाई कि उन्हें वेतन दिलवाया जाए और खाने की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाए। श्रमिकों ने बताया कि उन्हें 55 दिन की सैलरी नहीं मिली है। लॉक डाउन की वजह से कंपनी ने काम बंद कर दिया है । इसलिए ठेकेदार ने भी हाथ खींच लिया और हमें वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक की जमा पूंजी से उन्होंने राशन पानी की व्यवस्था किसी कदर की है लेकिन , अब पेट की आग को शांत करने के लिए इनके पास कोई विकल्प मौजूद नहीं है।
कंपनी प्रबंधन ने कहा 2 दिन में मिल जाएगी सैलरी
जब कंपनी प्रबंधन से बात की गई तू एचआर सेक्शन के हेड ने बताया कि श्रमिकों को पूर्व का भुगतान किया गया था और लंबित भुगतान 2 दिन के भीतर कर दिया जाएगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कंपनी प्रबंधन ने अब तक श्रमिकों का भुगतान क्यों नहीं किया है और आज जब श्रमिकों की ओर से आवाज उठाई जा रही है तो प्रशासन को एवं श्रमिकों को दिलासा दिलाने के लिए क्या कंपनी प्रबंधन झूठ बोल रहा है। सरकारी निर्देशों कपल कंपनी प्रबंधन करता तो श्रमिकों का वेतन भुगतान न रोका जाता साथ ही उनके रहने और खाने की व्यवस्था भी पर्याप्त तरीके से की जाती।
ग्राम पंचायत टेमटेमा विकास खण्ड खरसिया में SKY ALLOYS AND POWER PRIVATE LIMITED 10 वर्ष10 माह, 30 दिन के इस उद्योग ने अपने कामगारों को उनकी मेहनत की पगार का भुगतान नहीं किया या ठेकेदार द्वारा चालकी की जा रही है यह जांच का विषय है और खरसिया तहसीलदार ने श्रमिकों से मुलाकात करने के बाद पटवारी को जांच प्रतिवेदन बनाने का निर्देश दिया गया है । पटवारी ने मौके पर पहुंचकर श्रमिकों ठेकेदार और कंपनी प्रबंधन का बयान दर्ज कर लिया है।
लाॅक डाउन के उल्लंघन के जिम्मेदारों पर क्या होगा कार्यवाही ?
लाॅक डाउन के उपरांत भी पांच से अधिक व्यक्ति उपस्थिति बिना फेस मास्क सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने और 144 का उल्लंघन प्रशासन के द्वारा दर्ज किया जा सकता है। कंपनी प्रबंधन की ओर से श्रमिकों के आवाज की जो व्यवस्था की गई है वह काफी निम्न स्तर का है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन इस व्यवस्था के साथ बिल्कुल भी नहीं किया जा सकता यहां तक कि कंपनी के भीतर भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नहीं दिख रहे थे। यहां काम करने वाले अधिकांश श्रमिक बिहार और उत्तर प्रदेश से ऐसे में ज्यादा एहतियात बरतने की आवश्यकता है बावजूद इसके प्रशासन के नाक के नीचे कंपनी की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है।
भूखे श्रमिकों के लिए की गई भोजन की व्यवस्था
RGH NEWS की टीम मौके पर पहुंची तो कई श्रमिकों ने भोजन नहीं किया हुआ था उनके पास भोजन के लिए कोई सामग्री नहीं थी ऐसे में कुछ श्रमिकों को पका हुआ भोजन दिया गया साथ ही भोजन के संबंध में और भी जानकारी जुटाई गई और आवश्यकता पड़ने पर ग्रामीणों की मदद से पका हुआ भोजन आवश्यकतानुसार मंगवा लेने की बात भी कही गई।