RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़ । रायगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम कोटरलिया के किसान जयराम सेठ यहां एक सप्ताह के अंदर 9 बकरियों तथा नरेश सारथी के 2 बकरियों की मौत हो जाने से गांव में दहशत फैल गई ,सर्दी जुकाम के साथ खांसी होने के कारण हुई इन मूक पशुओं की मौत को कोरोना से मानकर लोगों में भय बन गई थी लेकिन पशु चिकित्सा अधिकारियों ने जांच के बाद इसे कामन कोल्ड से संक्रमित होकर मौत होना बताया है। हालांकि विभाग 9 बकरियों के मौत की पुष्टि कर रही है ।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लोगों में दहशत तो है ही वही बकरियों में भी सर्दी जुकाम खांसी की लक्षण पाई गई है। 11 बकरियों के मौत के बाद से पशु चिकित्सा विभाग में सनसनी फैल गई । व्हाट्सएप मेसेज के जरिये यह खबर दी गई कि कोटरलिया में 45 पशुओं की मौत हो गई है । पशु चिकित्सा अधिकारियों के लिए यह खबर फजीहत बन गई थी ,तथा डॉक्टरों की टीम ने मौके पर जाकर जांच कर पाया कि जयराम सेठ के घर पाले हुए बकरियों में 5 बकरियाँ जो रायगढ़ के किसी कसाई से खरीद कर लाया था वह इंफेकेटेड थे जो मर गए तथा इन्ही के संक्रमण से इनके घर के 4 बकरियों की मौत एक सप्ताह के अंतराल में हुई है । वही नरेश सारथी के 2 बकरी मर गए। अन्य बकरियां भी इंफेकेटेड पाई गई जिसका इलाज चल रहा है ।इनमे 70 प्रतिशत रिकवर हो गए हैं। इन बकरियों की लक्षणों तथा ब्लड सेम्पल लेकर भी जांच की गई किंतु किसी तरह के बैक्टीरियल या प्रोटोजोअल से संक्रमित नही पाया गया यह कामन कोल्ड के कारण ही है इसी आधार पर की गई इलाज से बकरियां स्वस्थ्य हो रही है। 45 पशुओं की मौत की खबर को पशु विभाग ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अभी तक भारत मे पशुओं में कोरोना के लक्षण नही पाया गया है । वही बीमार बकरों की मांस नही खाने की बात कहीं है।