रायगढ़, 11 अक्टूबर 2019/ अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत आज सृजन सभाकक्ष में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विधायक श्री प्रकाश नायक ने कहा कि बेटियों की शिक्षा एवं विकास के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है, इस दिशा में निरंतर सराहनीय कार्य किए जा रहे है। हाल ही में कलेक्टर के नेतृत्व में जिले को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए है, जिसके हकदार आप सभी है। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी से कम नहीं है, उनमें बहुत ताकत व जज्बा है और कुछ करने की ललक है। यहीं वजह है कि बेटियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। बेटियां लगातार प्रावीण्य सूची में भी स्थान बना रही है, जो गौरवपूर्ण उपलब्धि है, जिसमें प्रशासन का बड़ा योगदान है।
कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वित प्रयासों ने नया कीर्तिमान रचा है। 1000 में 950 से अधिक बाल लिंगानुपात दर्ज किया गया है। आदर्श स्थिति 1000 में 1000 की होती है, लेकिन इसे पूर्णत: सही करने में अभी वक्त लगेगा। पीएनडीटी एक्ट के तहत भ्रूण हत्या पर पूर्णत: रोक लगाई गई है और एक्टिव टे्रकर मशीन के माध्यम से निगरानी की जा रही है। शीघ्र ही हम 1000 में 1000 बाल लिंगानुपात के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो जायेंगे, तभी समाज संतुलित होगा। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां दसवीं एवं बारहवीं में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त कर रही है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को भी समान अधिकार मिले, इसके लिए आवाज जरूर उठायें। बालिकाओं के प्रोत्साहन के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की असामानता एवं अन्याय होने पर सखी सेंटर में शिकायत कर सकते है, वहां काऊसिलिंग भी होती है, जो गोपनीय तरीके से होती है। किसी भी प्रकार के शोषण एवं दुव्र्यवहार के प्रति आवाज जरूर उठायें और महिलाओं को इसके प्रति जागरूक करें।
अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने कहा कि बालिकाओं की अच्छी परवरिश करने की जरूरत है एवं उनके अच्छे पोषण का विशेष ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि बेटी के आने से जीवन में पूर्णता और खुशहाली आती है। देश का भविष्य अच्छा हो इसके लिए बेटियों का समग्र विकास होना चाहिए। जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि बेटियों को उनका हक नहीं मिल सका इसलिए बालिका दिवस मनाने की जरूरत पड़ी। हम सभी यह प्रण लें कि दुनिया की आधी आबादी आजादी का पूरा उपयोग करेंगे, ताकि सभी बालिकाएं अपने पंखों को खोलकर उड़ सकें।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। जिनमें उद्घोषक प्राचार्य श्री राजेश डेनियल, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के न्यूज कव्हरेज के लिए उप संचालक जनसंपर्क डॉ.उषा किरण बड़ाईक को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसी तरह बालिका शिक्षा के विकास हेतु विशेष प्रयास के लिए शा.प्रा.कन्या आश्रम पानीखेत घरघोड़ा, शा.प्रा.शाला घरघोड़ा, शा.प्रा.शाला सरईभदर पुसौर, शा.प्रा.शाला कन्या किरोड़ीमलनगर, शा.प्रा.शाला जोबी खरसिया, शा.मा.शाला कन्या घरघोड़ा, शा.मा.शाला कुंजेमुरा तमनार, शा.मा.शाला कोलम तमनार, शा.मा.शाला कन्या लैलूंगा के प्रधान पाठक एवं शा.उच्च.माध्य.विद्यालय झलमला पुसौर के प्राचार्य को नगद राशि से पुरस्कृत किया गया। इसी तरह प्रावीण्य सूची में आने वाले बालिकाओं को 5-5 हजार रुपए की नगद राशि से पुरस्कृत किया गया है, जिनमें कु.निशा पटेल, कु. रानी भगत, कु. भावना पटेल, कु. अरपना गुप्ता, कु.डिम्पल टंडन, कु. वर्षा साव, कु.रोशनी साव, कु. संगीता यादव, कु. संगीता यादव, कु. किरण साहू, कु. भारती पटेल, कु. दिव्या पटेल, कु. बिंदिया चौधरी, कु. सीमा प्रधान, कु. करिना सामल, कु.श्रद्धा पटेल, कु.सीमा पाव, कु.रचना बारिक, कु.सुनिति प्रधान, कु.रंजना निषाद, कु.जज्ञसेनी बरिहा, कु.सारती प्रधान, कु.आरती गुप्ता, कु.वैभवी तिवारी एवं कु.सीमा भोय शामिल है। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागी तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, आंगनबाड़ी सहायिका एवं कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक को भी सम्मानित किया गया। साथ ही उत्कृष्ट दुर्गापंडाल के लिए खरसिया हमालपारा को सम्मानित किया गया।