टीकाकरण के साथ ही दे रहे कोरोना से बचने की जानकारी,कोरोना काल के समय 95 फीसदी हुआ टीकाकरण*
RGHNEWS प्रशांत तिवारी कोरोना महामारी के दौर में जहां पूरे स्वास्थ्य विभाग की ड्यूटी इसके रोकथाम और बचाव में लगी है वहीं टीकाकरण भी सुरक्षित तरीके से निरंतर जारी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष अभी तक 95 फीसदी टीकाकरण हो चुका है। 5 फीसदी इसलिए बाकी है क्योंकि कई जगह कंटेंमेंट जोन बने हुए हैं यह समयावधि खत्म होने बाद वहां भी टीकाकरण किया जाएगा ।
टीका लगाने को लेकर कुछ लोगों में संक्रमण फैलने का भय भी दिखा लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ताओं ने उन्हें स्वच्छता के सारे मानक समझाते हुए टीकाकरण का कार्य किया ।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू बताते हैं कि कोविड 19 के इस संक्रमण काल में टीकाकरण पूरे जिले में बेहतर तरीक से हो रहा है। प्राइवेट में मिलने वाले रोटा वायरस हमारे यहां मौजूद है। निमो-कोकल को भी इसमें शामिल करने की योजना है जिसमें कोविड-19 की वजह से विलंब हो रहा है।
टीके साथ निगरानी और जागरूकता भी
उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने से लेकर अब तक करीब 1,200 बच्चों ने जन्म लिया है और करीब-करीब सभी को जरूरी टीके लगाए गए हैं। कोविड 19 के दौर में टीकाकरण के लिए कोई बच्चा छूट न जाए इसलिए हम सभी बच्चों की सतत निगरानी कर रहे हैं। ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस के द्वारा हर बच्चे की निगरानी हमारी मितानिने कर रहीं हैं।
हमारे कार्यकर्ता जहां टीका लगाने जा रहे हैं वहां लोगों को मास्क लगाने के तरीके से लेकर हाथ धोने की विधि भी बता रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए साफ-सफाई, स्वच्छ जल पीने, धुले कपड़े और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने जैसी बातों को बता रहे हैं।
लोगों को डरने की जरूरत नहीं
शहरी स्वास्थ्य पर्यवेक्षक श्रीमती पुष्पलता पाणिग्रही बताती हैं कि कोरोनो काल में टीकाकरण अपने आप में चुनौती भरा है क्योंकि संक्रमण फैलने से लोग डरे हैं और उन्हें समझाना सबसे बड़ा काम है। हमारे सभी आंगनबाड़ियों में बिना मास्क के मां-बच्चे को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सेफ्टी ग्लव्स पहनने के बाद ही टीका लगाया जाता है और टीका लगाने के थोड़ी देर बाद ही उनको जाने दिया जा रहा है। एक समय में एक को ही टीका लगाया जा रहा। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है कोविड गाइडलाइन का हमारे यहां पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
कौन-कौन से जानलेवा रोगों से बचाता टीकाकरण
टीकाकरण तपेदिक (टीबी), पोलियो, हेपेटाइटिस-बी, डिप्थीरिया, पर्टुसिस और टेटनस जैसे जानलेवा बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित रखता है। इसके अलावा खसरा-रूबेला, रोटा वायरस, और हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी खिलाफ टीकों को शामिल किया गया है।
कहाँ मिल सकती है जानकारियाँ?
जब भी आप अपने बच्चे का टीकाकरण कराने जाएं तब टीकाकरण/माँ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड साथ ले जाये, अधिक जानकारी के लिए अपने गांव/शहर की एएनएम/ मितानिन/ आंगनबाड़ी बहनजी से संपर्क करे, टीका लगने के बाद किसी तरह का विपरीत लक्षण दिखाई दे तो तुरंत इलाज के लिए ले जाये या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सुझावों के अनुसार कार्यवाही करेंI