जानें आंखों के नीचे काले गड्ढे कहीं किसी बीमारी का इशारा तो नहीं
Tear Trough Hollows नई दिल्ली. अधिकांश लोगों की ये शिकायत हमेशा होती है कि उनकी आंखों के नीचे काला धब्बा खत्म नहीं हो रहा है या फिर उनकी आंखें ज्यादा धंसी (Sunken) हुई हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि आंखों के नीचे मौजूद काले धब्बे बीमारी के संकेत भी होते हैं. हेल्थलाइन के अनुसार, आंखों का धंसना या फिर आंखों के नीचे कालापन आना उम्र बढ़ने (Ageing), डिहाइड्रेशन (Dehydration) या फिर बीमारी का संकेत हो सकता है. हालांकि अधिकांश लोगों की आंखें जन्म से ही धंसी होती हैं और ये भी जरूरी नहीं है कि दोनों ही आंखें धंसी हुई हों या फिर काला धब्बा दोनों आंखों के नीचे हो, ये एक आंख के साथ भी हो सकता है. आप इसका पता आइने में देखकर भी लगा सकते हैं.
धंसी हुई आंखों को Tear Trough Hollows भी कहा जाता है. अधिकांश तौर पर जब लोग अपने 30 की उम्र में होते हैं या फिर 40 की उम्र में तो उनकी आंखें धंसने (Sunken) लगती हैं. हालांकि आंखों की स्थिति एक-दूसरे से अलग हो सकती है. हेल्थलाइन आंखों के नीचे खोखलापन, निचली पलक पर डार्क शैडो और आंखों के नीचे पतली दिखने वाली त्वचा आंखों के धंसने के प्रमुख लक्षण हैं. धीरे-धीरे इस बीमारी से ग्रसति व्यक्ति की आंखें ड्राई होने लगती हैं, ध्यान लगाने में कठिनाई होने लगती है. साथ ही दोहरी आई साइट हो जाती है. आइए जानते हैं आंखों के धंसने के प्रमुख कारण….
बुढ़ापा: जैसे-जैसे शरीर की उम्र बढ़ती है, चेहरे का फैट और हड्डियों की डेन्सिटी कम होने लगती है, जिसके चलते आंखें धंसने लगती हैं.
धूम्रपान: हेल्थलाइन सुझाव देती है कि धूम्रपान शरीर में कोलेजन की कमी को बढ़ाता है, जिसके चलते चेहरे के आसपास की त्वचा ढीली हो जाती है और अंततः आंखें धंसने लगती हैं.
डिहाईड्रेशनः डिहाइड्रेशन से न केवल मुंह सूखता है बल्कि इसके परिणामस्वरूप शरीर में कई अतिसंवेदनशील बैक्टीरिया और वायरस बन सकते हैं. पानी की कमी से बच्चों की आंखें धंसी हुई हो सकती हैं.
कम नींद: शरीर को उचित आराम देने के लिए दिन में कम से कम 7-8 घंटे सोना जरूरी है. ऐसा नहीं करने से चेहरे पर किसी भी तरह का प्रभाव पड़ सकता है. इसके अलावा वजन कम होने के चलते भी आंखें धंसने लगती हैं.
जानें कब दिखाएं डॉक्टर को
धँसी हुई आँखों की शिकायत को अपनी लाइफस्टाइल बदलकर ठीक कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले जरुरी है कि आप अच्छे से सोएं और अपनी बुरी आदतों को छोड़ें. अगर फिर भी स्थिति सही नहीं होती है तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें.