यूएसजीएस का क्या कहना है?
यूएसजीएस के अनुमान के मुताबिक ताजिकिस्तान में जहां भूकंप आया है वह इलाका विशाल पामीर पर्वत चोटियों से घिरा है. ऐसे में वहां भूस्खलन भी हो सकता है लेकिन इससे जान-माल का नुकसान नहीं होना चाहिए क्योंकि इस इलाके में आबादी बहुत कम से नहीं के बराबर है. हालांकि अभी तक चीन की स्थिति के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिल सकी है.
तुर्किए सीरिया भूकंप में कितने लोगों की मौत हुई थी?
बीते हफ्तों में 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप और उसके बाद के झटकों से तुर्किए में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 41,020 हो गई. वहीं सीरिया में आए इस हादसे में कुल 5800 लोगों की मौत हुई. यानी इस क्षेत्र में इस आपदा से लगभग 46820 लोगों की असमय मौत हो गई. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में डेथ टोल बढ़कर 50,000 से अधिक जा सकता है क्योंकि इन आंकड़ों में गंभीर रूप से घायल लोगों का कोई जिक्र नहीं है.
भारत ने भी बढ़ाया था मदद का हाथ
भारत की 99 सदस्यीय टीम ने तुर्किए में आए भूकंप के बाद वहां के हेते प्रांत के इस्केंदेरुन में सभी तरह के उपकरणों से लैस 30 बिस्तर वाला फील्ड अस्पताल सफलतापूर्वक स्थापित किया था. यह टीम भारत लौट आई है और उसने वहां की भयावह स्थिति का जिक्र किया है.
Earthquake In Chinaभारत ने तु्र्किए और सीरिया के अनेक हिस्सों में छह फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के बाद उन्हें सहायता पहुंचाने के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ शुरू किया था.रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि भारतीय आपदा राहत दल तुर्किये के हेते प्रांत में आपदा प्रभावितों की मदद करने के बाद 20 फरवरी को स्वदेश लौट आया जिसमें भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 99 कर्मी शामिल थे.