सीतापुर से काँग्रेस विधायक अमरजीत भगत को लेकर लगाई जा रही सियासी अटकलों पर अमरजीत भगत ने विराम लगा दिया है। इन्हें सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाये जाने से लेकर पीसीसी अध्यक्ष बनाये जाने तक कि चर्चा सोशल मीडिया में कल से ही शुरू है।सोशल मीडिया में इनके पीसीसी अध्यक्ष बनाये जाने की खबर पर अमरजीत भगत ने मीडिया को दिए गए बयान में सारी अटकलों पर पानी फेर दिया है।उन्होंने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि उन्हें इस तरह की कोई सूचना पार्टी के ओरसे नही मिली है न ही कोई संकेत इसलिए इस बारे में कुछ नही कह सकते ।उन्होंने कहा कि संगठन की ओर से कुछ निर्देश मिलने पर ही इस बारे में कुछ बोला जा सकता है ।हांलाकि उन्होने यह भी कहा कि पार्टी आलाकमान के द्वारा दी गयी हर जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया जाएगा संगठन की जिम्मेदारी हो या सरकार की।
आपको बता दें कि अमरजीत भगत प्रदेश के कद्दावर आदिवासी चेहरा है जिनको लेकर शुरू से सोशल मीडिया में काफी कुछ चल रहा है।सरकार बनने से पहले आदिवासी मुख्यमंत्री के लिए अमरजीत भगत का सबसे बड़ा चेहरा माना जा रहा था लेकिन काँग्रेस इस कार्ड से दूरी बनाती रही और भुपेश बघेल आखिरकार प्रदेश के सीएम बने।भुपेश कैबिनेट में भले ही ये अबतक जगह नही बना पाए हो लेकिन मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के ये काफी करीबी माने जाते हैं ।मुख्यमंत्री के अतिकरीब होने के कारण काफी दिनों से कैबिनेट में इन्हें जगह देने की चर्चा है लेकिन इस बार पीसीसी अध्यक्ष को लेकर इनकी चर्चा जोरों पर है ।